नवरात्रि के पावन पर्व पर हिंगलाज माता मंदिर की भव्य झांकी का निर्माण किया जायेगा

हिंगलाज माता मंदिर

ग्राम भेण्डरी (राजिम) में गतवर्ष नवरात्रि के पावन पर्व पर हिंगलाज माता मंदिर की भव्य झांकी का निर्माण किया जायेगा । जिसका दिनांक 31/08/23 को नव मैहर दुर्गोंत्सव समिति एवम् ग्रामवासियों द्वारा हर्षोंल्लास के साथ भूमिपूजन किया गया। ज्ञात है कि पूर्व में भी ग्राम भेण्डरी (राजिम) में समितियों द्वारा कुलेश्वर महादेव, डोंगरगढ़, मैहर के शारदा भवानी, नैना देवी, वैष्णो देवी व अन्य मनोरम झांकी का निर्माण किया जा चुका है।

भेण्डरी जाना है _भेण्डरी जाना है
इस वर्ष नवरात्रि में भेण्डरी जाना है ||

जय हिंगलाज माता

हिंगलाज माता मन्दिर का इतिहास

पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के हिंगलाज में हिंगोल नदी के तट पर स्थित हिंगलाज माता मन्दिर एक हिंदू मंदिर है। यह इक्यावन शक्तिपीठों में से एक है जो हिंदू देवी सती को समर्पित हैं। इस देवी को हिंगुला देवी या हिंगलाज देवी भी कहा जाता है। नानी मन्दिर भी इसका नाम है। पिछले 30 वर्षों में, यह स्थान बहुत लोकप्रिय हो गया है और पाकिस्तान के कई हिंदू समुदायों के लिए एक आस्था का स्थान बन गया है।

हिंगलाज माता मन्दिर का स्थान

पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में लारी तहसील के दूरस्थ पहाड़ी इलाके में, हिंगलाज माता का गुफा मंदिर एक संकीर्ण घाटी में स्थित है। यह कराची से 250 किलोमीटर (160 मील) उत्तर-पश्चिम में है, अरब सागर से 12 मील (19 किमी) दूर है और सिंधु के मुंहाने से 80 मील (130 किमी) पश्चिम में है। यह मकरान रेगिस्तान में खेरथार पहाड़ियों की एक श्रृंखला के अंन्त में हिंगोल नदी के पश्चिमी तट पर है। हिंगोल राष्ट्रीय उद्यान इस क्षेत्र में है।

मंदिर एक छोटी प्राकृतिक गुफा में है। जहाँ एक पत्थर की वेदी है। देवी का कोई चित्र मानव निर्मित नहीं है। बल्कि एक छोटे आकार के शिला की हिंगलाज माता की पूजा की जाती है। यह आज का नाम हिंगलाज संभवतया शिला सिंदूर (वर्मीमिलियन), जिसे संस्कृत में हिंगुला कहते हैं, से पुता हुआ है।

हिंगलाज के आसपास कई पूज्य स्थान हैं, जिनमें गणेश देव, माता काली, गुरुगोरख नाथ दूनी, ब्रह्म कुण्ड, तिर कुण्ड, गुरुनानक खाराओ, रामझरोखा बेठक, चोरसी पर्वत पर अनिल कुंड, चंद्र गोप, खारिवर और अघोर पूजा शामिल हैं।

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यह झांकी ग्रामवासियों व क्षेत्रवासियों के विशेष सहयोग त्याग समर्पण से बनेगा झांकी निर्माण से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए बने रहे हमारे न्यूज चैनल से

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