Pharmacy क्या है?
हेलो दोस्तों आज हम जानते हैं फार्मेसी क्या है? | What is Pharmacy in hindi और फार्मेसी कितने प्रकार के होते हैं? और हमारे जीवन में फार्मेसी का क्या उपयोग है इसके बारे में हमें जानकारी प्राप्त करेंगे। यह सब चीजों के बारे में आज हम जानेंगे। और इसके फायदे और नुकसान क्या-क्या है इसके बारे में भी जानेंगे, तो चलो दोस्तों शुरू करते हैं-
मेडिकल के क्षेत्र में फार्मेसी एक अहम स्थान है, जॉब के क्षेत्र के लिए फार्मेसी एक अच्छा प्लेटफार्म है आज के जमाने में बेरोजगारी की संख्या बहुत ज्यादा है अगर आप फार्मेसी किए हो, तो आपको बेरोजगारी का सामना नहीं करना पड़ेगा। क्योंकि इसमें मेडिसिन से संबंधित कार्य होता है, इसमें दवाई का जानकारी होना बहुत जरूरी है की दवाई क्या काम करता है और उसका क्या उपयोग है उसका नुकसान और फायदे क्या क्या है यह सब के बारे में जानना बेहद जरूरी है।
फार्मेसी एक ऐसी क्षेत्र है जिसमें दवाई को तैयार करते हैं और उसको बनाने में और बेचने में और अतिरिक्त नैदानिक सेवा प्रदान करने का एक विज्ञान और तकनीक है। फार्मेसी एक प्रोफेशनल कोर्स होता है, अगर आप फार्मेसी कर लिए तो आपको दवाइयों का पूरा जानकारी हो जाएगा और आप खुद से भी इलाज कर सकते हैं, फार्मेसी PCI के द्वरा नियंत्रित होता है, अब हम जानते है PCI क्या होता है?
PCI क्या है?
PCI का फुल फॉर्म होता है – Pharmacy Council of India, भारत में स्नातक स्तर तक फार्मेसी शिक्षा और पेशे को पीसीआई (PCI) द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जो संसद द्वारा पारित फार्मेसी अधिनियम, 1948 के प्रावधानों द्वारा शासित एक वैधानिक निकाय है। फार्मेसी अधिनियम की धारा 3 के तहत 9.8.49 को पीसीआई (PCI) का गठन किया गया था।
Official Website PCI – https://www.pci.nic.in/
Pharmacy में कितने कोर्स होते है?
फार्मेसी में चार प्रकार के कोर्स होते हैं जो निम्न है –
- D. Pharmacy
- B. Pharmacy
- M. Pharmacy
- PhD
1) D. Pharmacy
D. Pharmacy 2 वर्षीय कोर्स होता है, D. Pharmacy को हम D. Pharma भी कहते हैं। यह फार्मेसी क्षेत्र में बहुत प्रचलित कोर्स है, क्योंकि कम समय में आपको डिग्री मिल जाता है, और आप 2 वर्षों बाद जॉब या खुद का मेडिकल शॉप खोल सकते हैं इसमें लाइसेंस होना बेहद जरूरी है लाइसेंस के बिना कुछ नहीं है।
अगर आपके पास लाइसेंस है तभी आप आगे बढ़ सकते हैं। एक बार डिग्री मिल जाने के बाद आपको लाइसेंस मिल जाता है। इस लाइसेंस की बदौलत आप मेडिकल शॉप खोल सकते हैं या फिर हॉस्पिटल में काम कर सकते हैं। D. Pharmacy के माध्यम से आप दवाइयों का मैन्युफैक्चरिंग, मार्केटिंग, और डिस्ट्रीब्यूशन का आदि क्षेत्रों में इसका उपयोग होता है।
D. Pharmacy में हम 12 सब्जेक्ट का पढ़ाई करते हैं और साथ में इसका प्रैक्टिकल भी होता है। लेकिन इसका मान्यता बी फार्मेसी से कम है, डी फार्मेसी से ज्यादा अच्छा बी फार्मेसी है, क्योंकि हम डी फार्मेसी में एक छोटे लेवल में पढ़ाई करते हैं, और हमको बी फार्मेसी से ज्यादा जानकारी नहीं हो पाता।
2) B. Pharmacy
अब हम जानते हैं B. Pharmacy के बारे में B. Pharmacy 4 वर्षीय कोर्स होता है, B. Pharmacy को हम B. Pharma भी कहते हैं। बी फार्मेसी एक ग्रेजुएशन कोर्स होता है, इसमें आपको 4 साल तक पढ़ाई करना पड़ेगा और पढ़ाई के साथ-साथ आपको हॉस्पिटल में ट्रेनिंग के लिए भी जाना पड़ता है।
यह बी फार्मेसी कोर्स डी फार्मेसी से बहुत अच्छा है क्योंकि डी फार्मेसी से ज्यादा जानकारी हमको बी फार्मेसी में मिल जाता है और इसके साथ हमको ग्रेजुएशन भी मिलता है आगे चलकर हम पोस्ट ग्रेजुएशन भी कर सकते हैं।
B. Pharmacy में हम 42 सब्जेक्ट का पढ़ाई करते हैं और साथ में प्रैक्टिकल भी होता है। बी फार्मेसी का उपयोग इंडस्ट्री, मैन्युफैक्चरिंग और मार्केटिंग सेक्टर में और हॉस्पिटल यह सब जगहों में काम होता है। अगर आप फार्मेसी के बाद जॉब करना चाहते हैं, तो इन जगहों में कर सकते हैं। क्योंकि आप फार्मेसी करके आपको जानकारी बहुत ज्यादा हो जाएगा आप दवाइयों के बारे में अच्छे से जान पाएंगे तब निश्चित रूप से जॉब कर सकते हैं किसी भी क्षेत्र में।
3) M. Pharmacy
अब हम जानते हैं M. Pharmacy के बारे में, M. Pharmacy 2 वर्षीय कोर्स होता है। M. Pharmacy को M. Pharma भी कहते हैं और यह पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स होता है, जिसे हम B. Pharmacy की बाद कर सकते हैं। अगर आप एम फार्मेसी करते हैं तो आगे भविष्य में पीएचडी भी कर सकते हैं जो एम फार्मेसी करने के बाद होता है।
एम फार्मेसी, डी फार्मेसी और बी फार्मेसी से थोड़ा ज्यादा जटिल कोर्स होता है, क्योंकि इसमें आप ज्यादा जानकारी के साथ पढ़ाई करेंगे। एम फार्मेसी में आप किसी भी एक सब्जेक्ट को लेकर पढ़ाई करेंगे जो आपको पसंद है, जिसमें आपकी अच्छी पकड़ है और आपको अच्छी जानकारी है। फिर आगे चलकर पीएचडी करना होगा जो किसी भी एक सब्जेक्ट में पढ़कर रिसर्च करेंगे, एम फार्मेसी में 8 से 10 सब्जेक्ट होते हैं, और साथ में प्रैक्टिकल और प्रेजेंटेशन और रिसर्च वर्क होता है।
4) PhD
अब हम जानते हैं पीएचडी के बारे में पीएचडी वही लोग कर सकते हैं जो M. Pharmacy किए हुए हैं। पीएचडी का फुल फॉर्म होता है – डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (Doctor of Philosophy) होता है। यह एक डॉक्टर डिग्री होता है, जो कोई भी हो पीएचडी कर लेता है तो उसके नाम के सामने डॉक्टर लग जाता है।
कई लोगों को लगता है कि नाम के सामने डॉक्टर लग जाने से कोई मेडिकल डॉक्टर नहीं होता। यह सिर्फ एक उपाधि है, जो पीएचडी करने के बाद मिलता है। यदि आप किसी भी कॉलेज में प्रोफेसर या लेक्चरर बनना चाहते हैं तो पीएचडी करना जरूरी होता है। पीएचडी केवल एक ही विषय पर पढ़ाई की जाती है। पीएचडी कोर्स 3 से 4 सालों का होता है, और साथ में रिसर्च भी होता है किसी भी एक विषय में।
Conclusion
आशा करता हूं कि आपको फार्मेसी के बारे में फार्मेसी क्या है? | What is Pharmacy in hindi जानकारी हो गई होगी। अगली पोस्ट में फार्मेसी से संबंधित इससे भी अच्छी जानकारी मिलेगी।
की आज की दुनिया में फार्मेसी का क्या उपयोग है और हम किस क्षेत्र में काम कर सकते हैं। कैरियर कैसा है? जॉब कहां-कहां मिल सकता है? सैलेरी कितना मिल सकता है? फार्मेसी करने में कितना खर्चा आएगा? ये सब के बारे में हम अगले पोस्ट में जानेंगे
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